हैदराबाद। ये मार्मिक तस्वीर है, तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के उस्मानिया अस्पताल की | यहां एक पांच साल का बच्चा अपनी मृत मां के आंचल में दो घंटे तक बेफ्रिक सोता रहा, उसे इस बात का पता भी नहीं था कि उसकी मां की मौत हो चुकी है। 36 वर्षीय समीना सुल्ताना को उनका लिवइन पार्टनर रविवार शाम को उस्मानिया सरकारी अस्पताल भर्ती करवाकर फरार हो गया था। डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गई।
जब महिला को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था उस समय उसकी देखभाल के लिए कोई भी साथ नहीं था। समीना की मौत के बाद अस्पताल के स्टाफ और स्वास्थ्य कर्मचारियों के बार-बार समझाने पर भी शोएब अपनी मां के शव से लिपटकर सोता रहा और वह मां के पास से हटने के लिए तैयार नहीं था। एक अंग्रेजी अखबार की खबर के मुताबिक, हेल्पिंग हैंड फाउंडेशन की मुज्तबा हसन असकरी ने बताया, 'रविवार रात करीब साढ़े ग्यारह बजे हमें अस्पताल से एक महिला मरीज के बारे में संदेश मिला जिसकी हालत गंभीर थी लेकिन कोई तीमारदार नहीं थी।
हेल्पिंग हैंड फाउंडेशन का एक कर्मचारी जब वहां पहुंचा तो उसने देखा कि शोएब अपनी मां के बगल में सो रहा है। इसके बाद स्टाफ ने चुपके से शव को मोर्चरी में भेज दिया। हॉस्पिटल के स्टाफ ने शोएब को बताया कि उसकी मां को इलाज के लिए दूसरे कमरे में भेज दिया है। एनजीओ का वालंटियर इमरान मोहम्मद ने बताया, 'महिला की गंभीर हालात हो रखी थी। डॉक्टरों ने उसे होश में लाने के लिए कार्डियोपल्मोनरी रिसास्किटेशन किया, लेकिन उनकी कोशिश नाकामयाब रही। उसकी लगभग 12.30 बजे मौत हो गई।
जब महिला की मौत हो गई तो हमने उसके 5 साल के बच्चे को उसके मृत शरीर से दूर करने की तमाम कोशिश की, लेकिन वह रात दो बजे तक अपनी मां के मृत शरीर से लिपटकर सोता रहा। जबतक उसके शरीर को शवगृह नहीं भेजा गया। महिला के आधार कार्ड की मदद से मैलार्देव्पल्ली पुलिस ने उसके रिश्तेदारों को ढूंढ निकाला है। मेंडक जिले के ज़हीराबाद में उसके रिश्तेदार रहते हैं। पुलिस ने शव और शोएब को समीना के भाई मुश्ताक पटेल को सौंप दिया है।
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