अम्बाला : हरियाणा के अंबाला में करवा चौथ से तीन दिन पहले ही एक महिला का सुहाग उजाड़ गया, वह बर्दाश्त नहीं कर सकी और बेहोश हो गई। होश आते ही कहती- सांस है अभी देखो, वो जिंदा है।
अंबाला के गरनाला गांव में करवाचौथ से तीन दिन पहले परिवार के इकलौते बेटे स्वर्ण सिंह की हत्या कर दी गई। स्वर्ण सिंह को चाकुओं से गोद दिया गया और वारदात अंजाम देकर आरोपी फरार हो गए। खून से लथपथ स्वर्ण सिंह को हॉस्पिटल में लाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। हत्या की वजह मामूली कहासुनी बताई जा रही है।
एसपी अभिषेक जोरवाल ने बताया कि बुधवार रात युवकों में मामूली कहासुनी हुई थी। गुरुवार को चाकू से गोदकर स्वर्ण सिंह की हत्या कर दी। अभी एक युवक को सीआईए ने हिरासत में लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। कई टीम रेड कर रही हैं। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस ने दलबीर सिंह बबलू की शिकायत पर प्रदीप खतौली, रवि गरनाला, बलवीर गरनाला और जुगनू व जोनी व अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।
मृतक के दोस्त दलबीर सिंह बबलू ने बताया कि बुधवार रात गांव के बस स्टैंड पर स्वर्ण सिंह की कुछ युवकों के साथ कहासुनी हो गई थी। उस समय मामला शांत हो गया। वीरवार दोपहर में स्वर्ण सिंह और वह खेतों की ओर गए। वहां पहुंचते ही युवकों ने स्वर्ण सिंह को घेर लिया और उस पर चाकुओं से हमला कर दिया। उसे डंडों से भी पीटा। इस बीच उसने दोस्त जसविंद्र को फोन किया। फिर जसविंद्र और मैं स्वर्ण सिंह को बाइक पर अस्पताल लेकर गए, लेकिन उसे बचा नहीं सके।
मृतक के फूफा चरणजीत सिंह, बुआ नरेंद्र कौर, पत्नी सिमरनजीत कौर और पांच साल का बेटा तरनजोत हॉस्पिटल में पहुंचे। हॉस्पिटल में स्वर्ण सिंह की हालत देखते ही सिमरनजीत कौर अपनी बुआ से लिपटकर रोने लगी। वह बार-बार अपने पति में सांस देखने के लिए परिजनों से कहती रही। बेटा तरनजोत भी अपने पापा के ठीक होने के बारे में बार-बार पूछता रहा। स्वर्ण सिंह चंडीगढ़ में मार्केट कमेटी ऑफिस में ड्राइवर के पद पर कार्यरत था। उसकी बुजुर्ग मां बीमार रहती है।
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