क्या आपने कभी सोचा है कि हमारे देश की आबादी इतनी ज्यादा क्यों है? नहीं तो आपको बता दें कि इसके पीछे मुख्य कारण है भारतीयों का कॉन्डम से परहेज़ करना. नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे में पता चला है कि 95% भारतीय कॉन्डम का इस्तेमाल ही नहीं करते.
अब ऐसी क्या वजह हो गई जो भारत की इतनी जनसंख्या कॉन्डम के इस्तेमाल से परहेज़ कर रही है. इस बारे में जब लोगों से पूछा गया तो उन्होंने बड़े ही अजीब-अजीब तर्क दिये। आइए आपको भी लोगों के ये जवाब सुनाते हैं –
कॉन्डम का इस्तेमाल –
१ – इस सर्वे में ज्यादातर लोग इंजीनियरिंग स्टूडेंट थे. इन लोगों ने बताया कि “हम कॉन्डम खरीदें किसके लिए? जो अपना काम है, वो तो बिना कॉन्डम के भी हो ही जाता है तो क्यों चाय और सुट्टा खरीदने क पैसे ऐसी चीज़ पर खर्चें.
२ – अगर बाईचांस कॉन्डम खरीदने की नौबत आ भी जाती है तो उसे केमिस्ट से खरीदने जाए तो कौन जाए? मेडिकल स्टोर वाले बंदे से अगर आप कॉन्डम के लिए पूछें भी तो वह आपको ऐसे देखता है जैसे आपका करेक्टर ढीला हो.
३ – कई कुंवारे लोगों का कहना है कि अगर सेक्स करते समय लड़का या लड़की दोनों में से जो भी किस्मत से आई इस सुहानी घड़ी पर अपने पास से कॉन्डम निकालेगा उसे सामने वाला चालू समझेगा और सोचेगा कि ये उसकी पहले से ही प्लॉनिंग थी जिसके कारण सारा खेल बिगड़ जाएगा.
४ – इसके अलावा कुछ लोगों ने काफी हंसमुख मिजाज में जवाब देते हुए कहा कि जितना समय उसे चढ़ाने उतारने में लग जाता है उतनी देर में तो अपना सारा काम निपट जाता है.
५ – शादीशुदा लोगों का कहना है कि कॉन्डम रखना काफी रिस्की काम है क्योंकि उसे अगर जेब में रखा और बीवी ने पकड़ लिया तो मुसीबत आ जाएगी या अगर घर की ड्राअर में मां या काम वाली बाई ने सफाई करते हुए देख लिया तो इसे शर्म की बात और क्या होगी.
६ – इन लोगों का यह भी कहना था कि पहले तो बेशर्म की तहर केमिस्ट वाले से इसे खरीद कर लाओ और फिर अगर वो बीच में ही फट जाए तो पैसे तो बर्बाद होंगे ही साथ में हॉस्पिटल के चक्कर भी काटने पडेंगे.
७ – कुछ लोग इस डर से कॉन्डम खरीद कर नहीं लाते कि उनके नादान बच्चे इसे ना देख लें और उसके साथ खेलने ना लग जाएं जिस कारण उनके घर में कुछ एक्स्ट्रा नादान आ जाते हैं.
८ – कुछ बेवकूफ लोगों ने बिंदास मिजाज में कहा कि शेर लोग हेलमेट पहनना पसंद नहीं करते, वे खुल्ले सर चलना पसंद करते हैं… बोले तो बेवकूफी के साथ.
९ – इस सबके परे स्वदेशी-समर्थक लोगों ने अपनी कॉन्डम को ना इस्तेमाल करने की अलग ही वजह बताई. उनका कहना था कि कॉन्डम एक विदेशी कल्चर है जिसे वही की कंपनिया बनाती हैं तो मार्केट में जब तक पतंजलि का आयुर्वेदिक कॉन्डम नहीं आ जाता तब तक वे इसे हाथ तक नहीं लगाएंगे.
१० – आप को जानकर हैरानी होगी कि इस सर्वे में कई लोगों से कॉन्डम के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने “छि कैसा सवाल है तुम्हे शर्म नहीं आती? कह के निकल लिए.|
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