(रिपोर्ट-सैय्यद तामीर उद्दीन) महोबा। जिले में मकर संक्रांति का पर्व गुरुवार को मनाया गया। विजय सागर सरोवर में बुड़की पर स्नान करने के लिये बड़े पैमाने पर आस्थावानों का सैलाब उमड़ा और यहां पहुंचकर आस्था की डुबकी लगाई गयी। नगर के अन्य सरोवरों में से सर्वाधिक भीड़ विजय सागर सरोवर में देखी गयी इसके अलावा जिले के अन्य सरोवरों में भी बुड़की के पर्व पर डुबकी लगाने वालों की भीड़ उमड़ी। स्नान के बाद खिचड़ी, हलवा आदि का प्रसाद के रूप में सेवन किया गया। सरोवरों के नजदीक सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किये गये थे, जगह, जगह मकर संक्रांति के पर्व पर मेला लगा, पनवाड़ी के झारखण्ड में पहुंच कर लोगों ने बुड़की का पर्व मनाया और यहां भव्य मेला भी लगा था। बेलाताल में भी बुड़की के पर्व पर बेला सागर सरोवर में स्नान करने वालों की भीड़ थी, कबरई, चरखारी, पनवाड़ी महोबंकठ, में मकर संक्रांति का पर्व श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया गया। सरोवरों में पहुंचकर आस्था की डुबकी लगाई। नगर के विजय सागर पक्षी बिहार सरोवर में आस्था की डुबकी लगाने के लिये लोगों की भीड़ पहुंची।
गुरुवार को आस्था और श्रद्धा के साथ जिले के विभिन्न जलाशयों में बुड़की का पर्व लोगों द्वारा मनाया गया। बारिश न होने के कारण नगर के सभी जलाशयो में लगभग पानी कम है, और नगर से कोई चार किलो मीटर दूर विजय सागर सरोवर में पानी कुछ शेष रह गया है, लिहाजा बुड़की को लेकर यहां आस्थावानों स्नान करने की भीड़ उमड़ी। इसके अलावा उर्मिल बांध में भी लोग बुड़की लगाने के लिये पहुंचे। मकर संक्रांति पर्व पर तटबंधों के नजदीक मेले भी लगे थे जहां विभिन्न प्रकार की दुकानदारों ने दुकाने सजा रखी थी, स्नान के बाद लोगों ने यहां पहुंचकर गृह उपयोगी वस्तुओं की खरीददारी की बच्चों ने दुकानों में पहुंचकर खेल खिलौने भी खरीदे। पर्व पर मंहगाई का असर भी दिखाई पड़ा है, लेकिन लोगों ने अपना सामर्थ के अनुसार पर्व को मनाया है।
घर, घर पकवान बने और शकर निर्मित गुल्ला खरीदे गये, खिचड़ी भी घरों में बनी। मकर संक्राति पर्व पर जिले के कई स्थानों पर मेले भी लगे है, कहीं एक दिवसीय तो कहीं दो दिवसीय मेलों के आयोजन किये गये है, बुड़की पर्व पर पनवाड़ी से कोई 13 किलो मीटर दूर झारखण्ड धाम में आस्थावानों का जन सैलाब उमड़ पड़ा, यहां बड़े पैमाने पर जनपद के अलावा गैर जनपदों से लोग बुड़की का पर्व मनाने के लिये यहां इकठठा होते है, और यहां से बहने वाली नदीं में डुबकी और स्नान करते है। मेला भव्य लगता है जिसके लिये पुलिस प्रशासन द्वारा पुक्ता इंतजाम किये गये थे। झारखण्ड धाम पहुंचने के लिये सुबह से ही लोगों का आना, जाना शुरू हो गया था, शाम तक लोगों का रैला यहां आता, जाता रहा, यहां लगे मेले में लोगों ने विभिन्न प्रकार की सामग्रियों का क्रय किया। आवगमन के लिये तिपहिये, चौपहिया वाहन दिन भर दौड़ लगाते रहे।